वीडियो जानकारी:
२४ अप्रैल, २०१८
अद्वैत बोधस्थल,
ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
क्या गुरु को सुनने में हमारा संचित ज्ञान ही बाधा बनता है?
क्या अधिक जानकारी बोध से दूर ले जाती है?
गुरु को कैसे सुनना चाहिए?
गुरु के सामने अज्ञानी की तरह क्यों होना चाहिए?
मनुष्य ज्ञान को क्यों संचित करना चाहता है?
संगीत: मिलिंद दाते